प्रो० सुधाकर सिंह को केंद्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा का निदेशक नियुक्त किया गया है। दिनांक १२ मई २००९ को मानव संसाधन विकास मंत्रालय की नई दिल्ली में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। केंद्रीय हिन्दी संस्थान में निदेशक का पद लगभग ५ माह से रिक्त था। प्रो० सुधाकर सिंह की नियुक्ति से मानो यह सनाथ हो गया है।
यहाँ पर मैं इस समाचार का उल्लेख इसलिए करना चाहती हूँ क्यूंकि मैंने जब वर्ष २००६ में लखनऊ यूनिवर्सिटी से पी एच डी की उपाधि प्राप्त की थी तो उस समय मेरी मौखिक परीक्षा प्रो० सुधाकर सिंह ने ही ली थी। में प्रो० कालीचरण स्नेही जी के निर्देशन में शोध कार्य कर रही थी और मेरे शोध का विषय था "शमशेर बहादुर सिंह की काव्य भाषा: एक अनुशीलन"। प्रो० सिंह प्रथम दृष्टया ही प्रभावशाली व्यक्तित्व के स्वामी लगे। दिसम्बर का महीना था और हलकी सर्दी पद रही थी। चश्मा लगाये हुए एवं बंद गले का कोट पहने हुए प्रो० सिंह एक आदर्श अध्यापक की प्रतिमूर्ति लग रहे थे। मुझे हर्ष है कि ऐसे विद्वान की परीक्षण की कसौटी पर मैं खरी उतर सकी।
केंद्रीय हिन्दी संस्थान का निदेशक नियुक्त किए जाने पर मैं प्रो० सुधाकर सिंह को हार्दिक बधाई देती हूँ एवं कामना करती हूँ कि उनके निदेशन में संस्थान नई उपलब्धियां प्राप्त करेगा।