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रविवार, 7 नवंबर 2010

शमशेर की जन्मशती

इस वर्ष हिंदी साहित्य जगत अज्ञेय, केदारनाथ अग्रवाल और शमशेर बहादुर सिंह की जन्मशती मना रहा है। यह एक सुखद संयोग है। तीनो ही कवियों का हिंदी साहित्य को योगदान अतुलनीय है। किन्तु इनमे भी शमशेर के कृतित्व से मेरा अधिक लगाव है क्यूँ कि मेरी पी एच डी का शोध विषय था: 'शमशेर बहादुर सिंह की काव्य भाषा: एक अनुशीलन' । शमशेर बहादुर सिंह की काव्य भाषा तथा उनके बिम्ब विधान से मैं बहुत प्रभावित हूँ। उनकी कविता को समझने के लिए उनके बिम्ब विधान को समझना आवश्यक है। शीघ्र ही शमशेर के बिम्ब विधान पर एक पोस्ट लिखने का प्रयास करुँगी ताकि अपने प्रिय कवी को उनकी जन्म शती पर श्रधांजलि अर्पित कर सकूं।
- मानवी मौर्य

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